सयाने ने कहा था
पिछले दिनों जब दिल्ली के इलेक्शंस हो रहे थे तो मैंने अपने एक बहुत सयाने दोस्त से अपनी चिंता जाहिर की , कहीं केजरीवाल जीत गया तो लोगों के साथ धोखा ना करे कहीं। मेरे दोस्त ने कहा की केजरीवाल को एक्सपोज़ करने के लिए इसका पावर में आना बहुत जरूरी है। उसने कहा पावर एक बारिश की तरह है , जिसमे धरती के गर्भ में जो भी छिपा है वही उगता है जहाँ फूल के बीज हैं वहां फूल खिलते हैं और जहाँ जहर के बीज हैं वहां जहर उगता है और जहाँ घास के बीज हैं वहां घास उगता है।
ऐसे ही जब आदमी के पास पावर आती है तो जो भी उसके मन में छिप्पा हुआ है सब पे फल लगने लगते हैं। ऐसे ही केजरीवाल के मन में जो बीज थे उनको फल लग रहे हैं। अगर केजरीवाल को पावर न मिलती तो हमें पता ही नहीं चलता की केजरीवाल दोगला है।
सयाने ने सही कहा था
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